देहरादून, 15 अक्टूबर।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि देवभूमि उत्तराखंड की जनसांख्यिकीय संरचना (Demography) को बदलने की मंशा से राज्य में निवास कर रहे बाहरी लोगों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
भट्ट ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहले ही लव जिहाद और लैंड जिहाद जैसे मामलों पर कठोर कार्रवाई कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में बाहर से आने वालों पर किसी प्रकार की रोक नहीं है, लेकिन जो व्यक्ति गलत मंशा से भूमि कब्जाने या राज्य के सामाजिक-सांस्कृतिक स्वरूप को बिगाड़ने की कोशिश करेंगे, उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा, “राज्य सरकार ऐसे सभी आपराधिक और शरारती तत्वों को कानूनी दायरे में लाकर कठोरतम सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार पहले ही यूसीसी, धर्मांतरण, दंगारोधी कानूनों और अवैध धार्मिक कब्जों पर कार्रवाई कर चुकी है। इसके साथ ही कालनेमी अभियान और सत्यापन अभियान के माध्यम से बाहरी संदिग्ध तत्वों पर भी प्रभावी नियंत्रण किया जा रहा है।”
भट्ट ने स्पष्ट किया कि भाजपा पूरी तरह से सरकार के साथ है और किसी को भी देवभूमि की डेमोग्राफी से छेड़छाड़ करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
कांग्रेस पर पलटवार
कांग्रेस के “वोट चोर—गद्दी छोड़” अभियान पर पलटवार करते हुए भट्ट ने कहा कि लोकतंत्र में गद्दी पर बैठाने या उतारने का अधिकार केवल जनता के पास होता है। उन्होंने कहा कि 2017 और 2022 के विधानसभा चुनावों में जनता ने कांग्रेस को घर बैठाया, जबकि लोकसभा चुनाव में भाजपा को हैट्रिक दिलाई — यह साफ संकेत है कि जनता भाजपा के विकास कार्यों से संतुष्ट है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी लगातार चुनावी हार से हताश और निराश होकर ही ऐसे “गैरजिम्मेदाराना और अव्यावहारिक” आंदोलन चला रही है। “वोट चोरी” का आरोप लगाने वाली कांग्रेस खुद सबसे बड़ी दोषी रही है।
भट्ट ने कहा, “राज्य और देश — दोनों जगह कांग्रेस मुद्दाविहीन हो चुकी है। जनता ने विकास और राष्ट्रवाद के आधार पर भाजपा को बार-बार आशीर्वाद दिया है। कांग्रेस का ‘गद्दी पाने का सपना’ 2027 में भी अधूरा रहना तय है।”
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