हरेला महापर्व पर टोंस वन प्रभाग की पुरोला रेंज ने वन पंचायतों के माध्यम से 6635 पौधों का रोपण कर वन एंव पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन का सन्देश दिया । On Harela Mahaparva, Purola Range of Tons Forest Division planted 6635 saplings through Forest Panchayats and gave the message of forest and environment conservation and promotion.


गजेन्द्र सिंह चौहान, पुरोला


हरेला महापर्व पर टोंस वन प्रभाग की पुरोला रेंज के अंतर्गत  वन पंचायत खलाडी में  सिविल जज (जू० डि०) मीनाक्षी शर्मा की उपस्थिति में टौन्स वन प्रभाग पुरोला के अधिकारियों,


कर्मचारियों एवम ग्रामीणों द्वारा विभिन्न प्रजाति के वृक्षों का रोपण किया गया। पुरोला रेन्ज के अन्तर्गत विभिन्न वन पंचायतों में कुल 3100 पौधों का रोपण किया गया। इसके अतिरिक्त भारत सरकार की 'एक वृक्ष माँ के नाम' कार्यक्रम के तहत विभिन्न विद्यालयों एंव ग्रामों मे पौध वितरण किया गया साथ ही वन एंव पर्यावरण के संरक्षण व संवर्धन का सन्देश भी दिया गया।

हरेला पर्व के दौरान कुल 6635 पौधो का रोपण किया गया। वृक्षारोपण कार्यक्रम में टौन्स वन प्रभाग के उप प्रभागीय वनाधिकारी  सुधीर कुमार , अचल सिंह गौतम वन क्षेत्राधिकारी पुरोला रेन्ज,  अमीन चौहान वन दरोगा , सन्दीप मेघवाल वन बीट अधिकारी,  सतवीर सिंह चौहान, श प्रेम सिंह पंवार,  रितु,  आंचल चौहान , जगमोहन रावत वन सरपंच एंव अन्य ग्रामिण उपस्थित रहे।




एक पेड़ मां के नाम के तहत विकास खण्ड पुरोला के ग्राम पंचायत करडा,मैराणा,रतेडी, छिवाला आदि गाँवों में बृह्द वृक्षारोपण ।  . 

हरेला पर्व के उपलक्ष्य में  स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण महिला स्वास्थ्य चेतना एवं स्वरोजगार विकास समिति के तत्वावधान में   एक पेड़ मां के नाम के तहत विकास खण्ड पुरोला के ग्राम पंचायत करडा,मैराणा,रतेडी, छिवाला आदि गांव में बृह्द वृक्षारोपण कार्यक्रम कर पर्यावरण संरक्षण जागरूकता अभियान चलाया गया। सभी ग्रामीणों एवं महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने बड़े हर्षोल्लास के साथ नींबू,आवंला, देवदार,बांज,भीमल, खडीक आदि कई प्रजाति के चारापत्ती व छायादार पौधों का रोपण कर जल,जंगल व जमीन के संरक्षण का संकल्प लिया।


संस्था की मुख्य अनुसंधानकर्ता कुमारी दिव्या बिजल्वाण ने बदलते हुए मौसम जलवायु परिवर्तन पर चिंता जताते हुए कहा कि अगर इसी तरह से हालात रहे तो


आने वाले भविष्य में हम सुरक्षित नहीं हैं व हम आने वाली पीढ़ियों को खतरनाक दौर से गुजरना पड़ेगा उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह वनाग्नि की घटनाएं व जंगलों के दोहन होता रहेगा तो पृथ्वी पर जीव,जन्तु, पेड़-पौधे सब नष्ट होने की कगार पर पँहुच जाएंगे तथा कई प्रजातियां विलुप्त होने की कगार में आ जाएंगे। उन्होंने ग्रामीण परिवेश में रहने वाले लोगों को जल,जंगल व जमीन के संरक्षण को संकल्प लेने की अपील की कार्यक्रम में ग्राम प्रधान अंकित रावत सहित संस्था सचिव कृष्णा बिजल्वाण, अंजली, गीता, सरिता, सुशीला देवी,मीना, सीता देवी,अनिल, पीके गरवान, आदि ग्रामीण उपस्थित रहे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ