दीपक बिजल्वाण के चुनाव लड़ने से इनकार की इनसाइड स्टोरी । पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कांग्रेस चुनाव संचालन समिति को दीपक की जगह जोत सिंह घुनासोला को टिकट देने के लिए कैसे किया राजी । Inside story of Deepak Bijlwan's refusal to contest elections. How did former leader of opposition Pritam Singh persuade the Congress Election Steering Committee to give ticket to Jot Singh Ghunasola instead of Deepak?

 गजेन्द्र सिंह चौहान

 दीपक बिजल्वाण को कांग्रेस पार्टी से टिकट मिलने की सुगबुगाहट से एक तरफ जहां कांग्रेस खेमे में जोश था तो वही बीजेपी खेमे में चिंतन चल रहा था । बीजेपी खेमे में महारानी की निष्क्रियता व दीपक की तेजतर्रार छवि को लेकर चुनावी गणित बिगड़ने का डर सताने लग गया था । 


दीपक के लोकसभा चुनाव लड़ने को बीजेपी ने बड़ी गंभीरता से लेते हुए मंगलवार को उनके गृहक्षेत्र पुरोला व यमनोत्री विधानसभा के बड़कोट में कार्यालय खोलकर शक्तिप्रदर्शन भी किया । खैर देर श्याम दीपक के स्थान पर जोत सिंह घुनासोला को कांग्रेस का टिकट मिलने से बीजेपी खेमे को राहत मिलने से चिंतन का दौर खत्म हो गया ।

 प्रीतम सिंह को चुनाव संचालन समिति के समक्ष रखना पड़ा दीपक का पक्ष


  लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का टिकट तय हो जाने के बावजूद दीपक बिजल्वाण ने पूर्व नेता प्रतिपक्ष के समक्ष चुनाव न लड़ने के इच्छा जाहिर की , जिस बात की पुष्टि प्रीतम सिंह द्वारा चुनाव संचालन समिति के समक्ष की गई  ।   प्रीतम सिंह द्वारा चुनाव संचालन समिति को दीपक के इनकार के बारे में अवगत कराने के बाद  जोत सिंह घुनासोला को पार्टी का  टिकट दिया गया ।


नमोन्यूज़ से बातचीत करते हुए दीपक बिजल्वाण ने कहा कि पार्टी में उनसे बरिष्ठ तमाम नेता हैं जिन्होंने पार्टी को मजबूत करने के लिए अपना जीवन समर्पित किया है , हम सबको उनको विजय दिलाने के लिए कड़ी मेहनत करनी है । उन्होंने कहा की कार्यकर्ताओं  के साथ विचार विमर्श के बाद ही लोकसभा चुनाव न लड़ने का निर्णय लिया गया व सभी कार्यकर्ताओं की राय यही है कि उन्हें आगे यमनोत्री विधानसभा का नेतृत्व करना है । 

उन्होंने जोत सिंह घुनासोला को लोकसभा का टिकट मिलने पर खुशी प्रकट करते हुए समस्त कार्यकर्ताओ से राजशाही के खिलाफ एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया ।



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