सात सूत्री मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्तियो के धरने 25 दिन । मांगे न माने जाने तक कार्यबहिष्कार कर अनशन पर अड़ी है कार्यकर्तियो । Anganwadi workers strike to demand declaration as state employee

 सात सूत्री मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्तियो के धरने 25 दिन । मांगे न माने जाने तक कार्यबहिष्कार कर अनशन पर अड़ी है कार्यकर्तियो ।


फरवरी माह की 20 तारीख से तहसील प्रांगण पुरोला में आंगनबाड़ी कार्यकर्तियो का विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन चल रहा है । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को प्रेषित ज्ञापन में आंगनबाड़ी कार्यकर्तियो ने समय रहते संघ की कार्यकर्तियो से वार्ता की अपील की है । मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन में आंगनबाडी कार्यकर्तियो को राज्य कर्मचारी घोषित करने की मांग की गई है । साथ ही राज्य कर्मचारी घोषित होने तक काम के बदले उचित  मानदेय प्रतिदिन की न्यूनतम मजदूरी 18 हजार रुपये प्रति माह देने की मांग की है ।


आंगनबाड़ी कार्यकर्तियो ने मानदेय के अतिरिक्त भारत सरकार की सहमति के अनुसार आंगनबाड़ी केंद्रों के शीघ्र उच्चीकरण,

आंगनबाड़ी कार्यकर्तियो के लिए भविष्य निधि की सुविधा प्रदान करने । सेवानिवृत्ति की आयु 62 वर्ष करने , पेंशन व ग्रेज्युटी की मांग की है ।  धरना प्रदर्शन करने वालो में सीमा, रेखा, पुलमा, सुनीता व अनिता सहित 2 दर्जन से अधिक  आंगनबाड़ी कार्यकर्तिया मौजूद रही ।


7. कुक्ड फूड योजना के अंतर्गत आठ रूपयें की वर्तमान भोजन दर अपर्याप्त


है और बच्चों में कुपोषण बढ़ रहा है जीवन यापन की वर्तमान लागत को ध्यान में रखते हुए भजन दर को संशोधित कर सामान्य बच्चों के लिए 16


रू० और कुपोषित बच्चों के लिए 24 रू0 किए जाने की कृपा करें।

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