ताकि भविष्य में कोई इस तरह के अपराध करने की सोचे भी ना सके, अंकिता भंडारी के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा देने को लेकर संघ ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की , प्रान्त संघ चालक डॉक्टर राकेश भट्ट द्वारा जारी प्रेस नोट में इस जघन्य हत्याकांड की कड़ी निंदा की गई है । पुरोला में जघन्य अपराध को अंजाम देने वालो को फांसी की सजा की मांग को लेकर व्यापार मंडल का ज्ञापन , मातृ शक्ति संगठन व आमजनों ने निकाला केंडल मार्च । ।

 गजेन्द्र सिंह चौहान देहरादून/पुरोला

मासूम अंकिता भंडारी की जघन्य हत्याकांड से


पूरे उत्तराखंड में आक्रोश है । एक तरफ जहां आक्रोशित भीड़ ने आरोपियों की पिटाई तक कर दी, वही उत्तराखंड के हर गांव व शहर में लोग सड़कों पर उतरकर आरोपियों को फांसी की सजा की मांग कर रहे ।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अंकिता भंडारी की जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने वालो को कठोर से कठोर सजा  देने को लेकर प्रेस विज्ञप्ति जारी की है । प्रान्त संघचालक डॉ राकेश भट्ट ने अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग करते हुए कहा है कि सभ्य समाज मे इस तरह के अपराध स्वीकार्य नही है, भविष्य में इस तरह के अपराधों की पुनरावृत्ति करने की सोच भी न सकें इसके लिए अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए ।


विधायक दुर्गेश लाल ने  फास्टट्रैक कोर्ट बना कर  फांसी की सजा की मांग की ।

पुरोला विधायक दुर्गेश लाल ने कहा कि पूरा उत्तराखंड पीड़ित परिवार के साथ है, हम उन्हें उनकी बेटी वापस नही दिला सकते हैं, मगर फास्टट्रैक कोर्ट बनाकर अपराधियो को फांसी की सजा देकर अंकिता को न्याय दिला सकते है ।

व्यापार मंडल अध्यक्ष बृजमोहन चौहान के नेतृत्व में व्यापारियों ने हत्यारो को फांसी की सजा की मांग को लेकर ज्ञापन प्रेषित किया ।

अंकिता भण्डारी की जघन्य हत्याकांड से आमजनों के साथ- साथ व्यापारियों में भी भारी रोष है, पुरोला में व्यापारियों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर हत्यारो को फांसी की सजा की मांग की है ।

पुरोला में मातृ शक्ति संगठन, व्यापारियों, समाजसेवीयो व आमजनता ने कैंडल मार्च निकाल अंकिता के हत्यारों को फांसी की मांग की।

पुरोला में देर सायं में आक्रोशित जनमानस ने कैंडल मार्च निकालकर अंकिता भंडारी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए हत्याकांड को अंजाम देने वालो को फांसी की सजा की मांग की है । मातृ शक्ति संगठन की अध्यक्षता रेखा नोटियाल जोशी ने कहा कि कानून में खामियों के चलते अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं । जबतक कानूनों को शक्त से शक्त नही बनाया जाता है, इस तरह के अपराधों की पुनरावृत्ति होने की संभावना बनी रहती है । साथ ही प्रदेश में पनप रही वीआईपी कल्चर भी अपराधियों के हौंसले बुलंद कर रही है जिसपर यथाशीघ्र रोक लगनी चाहिए व अपराधियों को सार्वजनिक फांसी होनी चाहिए ।

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1 टिप्पणियाँ

  1. निसंदेह इस तरह के जघन्य अपराध के लिए फास्ट्रेक कोर्ट बनाकर अति शीघ फांसी की सजा देनी चाहिए।

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