गजेन्द्र सिंह चौहान, पुरोला
धूंधू कर जल रहे जंगलों की आग बुझाने में वन कर्मी जान की बाजी पर खेलकर काबू करने की कोशिश कर रहे हैं । वही डीएफओ सुबोध काला आग बुझाने में लगे वन कर्मियों की होंसला अफजाई के साथ आग न लगाने की अपील कर रहे हैं ।
उत्तराखंड में 2 महीने से बारिश न होने से सूखे के हालात पैदा हो गये है । सूखे से किसानो के आगे जहां आजीविका का सवाल खड़ा हो गया है वही जंगलों की आग ने मवेशियों के चारे की समस्या पैदा कर उनके आगे दोहरी चुनौती पैदा कर दी है ।
सूखे की मार की वजह से टोंस वन प्रभाग पुरोला की 20.6 हेक्टेयर वन क्षेत्र आग से जल चुके हैं । यद्दपि वन विभाग की टीमें आग पर काबू पाने की जीतोड़ कोशिश कर रहे हैं । मोके पर पहुंची पत्रकारों की टीम ने वन कर्मियों को जानपर खेलकर आग बुझाते देखा ।
डीएफओ सुबोध कुमार काला एक तरफ आग बुझाने के कार्य मे लगे वन कर्मियों का उत्साहवर्धन कर रहे है वही जंगलों में आग न लगाने की अपील भी कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि वन राष्ट्र की सबसे बड़ी संपदा है इन्हीं से जीवन पनपता है, इनसे हमें ताजी हवा व ऑक्सीजन मिलती है । इनकी रक्षा हम सबकी जिम्मेदारी है ।
आग बुझाने में मोके पर मौजूद वन दरोगा मायाराम सिंह नेगी व धीरपाल सिंह बर्तवाल ने कहा कि हम उपलब्ध संसाधनों का प्रयोग करते हुए आग पर काबू पाने लगे हुए हैं ।
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