मातली दुग्ध डेरी बनी ग्रामीण आजीविका का सशक्त केंद्र, पशुपालकों की आय में हो रही वृद्धि । Matali Dairy has become a strong center of rural livelihood, increasing the income of cattle farmers.

 उत्तरकाशी, 14 अक्टूबर 2025 (News Namo):

जनपद उत्तरकाशी के मातली स्थित आंचल दुग्ध डेरी आज ग्रामीण पशुपालकों की आजीविका सशक्त बनाने का प्रमुख केंद्र बन गई है। जिले के दूरस्थ गांवों से पशुपालक प्रतिदिन दूध लाकर डेरी में उचित मूल्य पर बेच रहे हैं, जिससे उनकी आमदनी में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की जा रही है।





राज्य सरकार द्वारा डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से दी जा रही दूध प्रोत्साहन राशि ने पशुपालकों की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया है। इसके साथ ही सरकार द्वारा दिए जा रहे विभिन्न प्रोत्साहनों से दुग्ध व्यवसाय को नई दिशा और रफ्तार मिल रही है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ हो रही है।


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार का उद्देश्य दुग्ध उत्पादन को आत्मनिर्भरता और स्वरोजगार से जोड़ना है, ताकि गांवों में आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा मिले। सरकार ने दूध उत्पादों से जीएसटी हटाकर उपभोक्ताओं को भी बड़ी राहत प्रदान की है। इससे दीपावली पर्व पर दूध से बनी मिठाइयाँ आम जनता को पहले की तुलना में सस्ते दामों पर उपलब्ध होंगी।


डेरी प्रबंधन की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले दूध की गुणवत्ता और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रत्येक खेप की जांच के बाद ही दूध उपभोक्ताओं तक पहुंचाया जाता है। इस पहल से जहां पशुपालकों को आर्थिक लाभ हो रहा है, वहीं उपभोक्ताओं को शुद्ध और सुरक्षित दूध की उपलब्धता भी सुनिश्चित हुई है।

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