गजेन्द्र सिंह चौहान पुरोला।
वन माफियाओं के हौंसले इतने बुलंद हो गए हैं कि इनसे अब देवी देवता भी महफूज नहीं रह गए । ताजा घटनाक्रम शिरगुल महाराज मंदिर प्रांगण में स्थित सेमल के पेड़ का है, उक्त पेड़ का संबंध शिरगुल महाराज के पुरोला आगमन से है व उक्त पेड़ सदियों पुराना था । मंदिर पुजारी दिनेश चंद्र उनियाल ने बताया कि पेड़ किसने काटा इस बारे में न उनसे किसी ने पूछा नहीं व मेरी जानकारी के बाहर किसी धर्म विरोधी ने उक्त पेड़ को काटा है।
वहीं वार्ड नंबर 2 के सभासद प्रतिनिधि जयेंद्र सिंह असवाल ने बताया कि इस पेड़ का संबंध शिरगुल महाराज से है व इस पेड़ पर संगल बांधकर महाराज के प्रथम पुजारी जामा व पुरोला गांव के संस्थापक खेतो तक खाना व अन्य रसद पहुंचाते थे।
वहीं पुरोला गांव निवासी मामलेश उनियाल ने इस कृत्य को घोर निंदनीय व देव कार्य के खिलाफ बताया है।
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