गजेन्द्र सिंह चौहान, पुरोला
प्रसिद्ध नागराज मंदिर परिसर पुरोला में चल रही भागवत कथा का आज छठा दिन है । ब्यास पीठ पर विराजमान यमुनापुत्र आचार्य सुरेश उनियाल जी महाराज ने 6 वे दिन कृष्ण के मथुरा आगमन व गोपियों के बिरह का सजीव वर्णन कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया ।
उन्होंने कथा का सारश बताते हुए कहा कि अविरल भक्ति, प्रेम व त्याग ही ईश्वर प्राप्ति के मार्ग हैं, जिसका अनुसरण हर व्यक्ति को करना चाहिए ।
कथा में पंडित बद्रीप्रसाद नोडियाल, मदन नेगी, जयबीर रावत नागराज जी, बृजमोहन चौहान, मण्डपाचार्य अनिल बिजल्वाण, राधेश्याम बिजल्वाण, कुलदीप बिजल्वाण, प्रकाश कुमार आदि भक्तगण उपस्थित रहे ।
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