उत्तरकाशी सुरंग हादशे में 41 मजदूरों की जान बचाने वाले रेट माइनर्स में से एक वकील हसन के घर पर चला प्रशासन का बुलडोजर । 30 लाख में खरीदे घर को तोड़े जाने से आहत वकील हसन के परिवार ने मजबूरन फुटपाथ पर गुजारी रात ।
The administration's bulldozer ran on the house of lawyer Hassan, one of the rate miners who saved the lives of 41 laborers from the Uttarkashi tunnel. Hurt by the demolition of the house they bought for Rs 30 lakh, lawyer Hasan's family was forced to spend the night on the footpath.
गजेन्द्र सिंह चौहान
दिल्ली, गत वर्ष उत्तरकाशी की सिल्क्यरा टनल हादशे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था ।सरकार व प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद मजदूरों को बाहर निकालने के तमाम प्रयास विफल हो जाने के बाद रेस्क्यू के लिए रेट माइनर्स की मदद ली गई थी ।
रेट माइनर्स ने हाथों व छैनी हथोड़े की मदद से सुरंग खोदकर मजदूरों को बाहर निकालने का रास्ता बनाया था । मजदूरों की जान बचाने वाले इन रेट माइनर्स को तब पूरे देश मे हीरो की तरह सम्मान से देखा जा रहा था । किंतु कुछ ही महीनों के बाद राष्ट्र ये सब भूल गया ओर अंततः इसकी परिणीति वही हुई जो एक आम आदमी के साथ होता आया है ।
बीबीसी की खबर के मुताबिक डीडीए ने अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उनके मकान को गिरा दिया है । यहां तक कि सरकारी कार्य मे बाधा डालने के आरोप में उन्हें घण्टो थाने में भी बैठाया गया । बीबीसी की खबर के मुताबिक खजूरी खास के जिस इलाके में
ये कार्यवाही हुई उसमें सिर्फ वकील हसन के मकान को ही गिराया गया है , अन्य मकानों पर कोई कार्यवाही नही की गई है । खबर के मुताबिक वकील घर तोड़े जाने के बाद वकील हसन के पूरे परिवार ने फुटपाथ पर रात्रि विताई । कुछ समय पहले देश के लिए हीरो वकील हसन के फुटपाथ पर रात्रि विताने के बावजूद खबर लिखे जाने तक कोई मदद का हाथ आगे नही आया है ।
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