गजेन्द्र सिंह चौहान, पुरोला
राजनीति एक सहमात का खेल है, इस खेल में जो बाजीगर होगा वही जीतता है । बाजीगरी के इस खेल में पुरोला विधानसभा में कांग्रेस पार्टी लगातार पिछड़ रही है । यद्यपि दिनेश चौहान के जिलाध्यक्ष बनने पर इसमें जान तो आई है पर मुद्दाविहीन कांग्रेस को वे अंकिता हत्याकांड की आवस्ज उठाकर मजबूत करना चाहते हैं । स्थानीय स्तर के मुद्दों व जनसमस्याओं का कांग्रेस के पास टोटा सा हो गया है । स्थानीय महिलाओं के साथ हुए उत्पीड़न के मामलों में कांग्रेस नेतृत्व ने कभी भी कोई आवाज नही उठाई । जिस कारण अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर कांग्रेस की विश्वसनीयता पर आमजन में सवालिया निशान हैं ।
मुद्दाविहीन कांग्रेस की भाजपा जिलाध्यक्ष सतेन्द्र राणा भी कमजोर करने में कोई कोर कसर नही छोड़ रहे हैं । कल ही गंगोत्री विधानसभा के प्रदेश स्तर के नेताओं को उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से भाजपा की सदस्यता दिलाई है ।
यही नही इससे पूर्व सतेंद्र राणा ने यमनोत्री विधानसभा के कद्दावर नेताओं अतोल रावत व कपिल रावत को सैकड़ों समर्थकों सहित पार्टी में लाकर बड़ी सफलता हासिल की है ।
कांग्रेस के टूटते कुनबे को अगला खतरा पुरोला विधानसभा में है । इस बाबत जिलाध्यक्ष सतेंद्र राणा से पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि वे पार्टी की नीतियों से प्रभावित लोगों का सदैव स्वागत करते हैं व पार्टी की मजबूती के लिए समर्पित होकर कार्य करते हैं ।
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