गजेन्द्र सिंह चौहान, पुरोला/ उत्तरकाशी
पुरोला से महीनों पहले एक युवती रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी । जिसकी परिजनों ने बाकायदा पुरोला पुलिस को सूचना देकर उसे खोजने की गुहार लगाई थी । किंतु महिनो बीत गए पर युवती की कोई खबर न मिलने से परिजनों ने उसे मरा समझ लिया था ।
किंतु वीते हफ्ते युवती अचानक से पुरोला बाजार में रहस्यमयी तरीके से प्रकट हो गई ।नमोन्यूज को पता चला कि युवती के परिजनों ने इस बावत पुरोला पुलिस को युवती के लौट आने की सूचना दी बावजूद पुलिस किसी भी तरह के एक्शन में नही दिख रही है ।
नमोन्यूज को युवती के करीबी लोगों से यह भी पता चला है कि युवती ने बताया कि उसको एक कमरे में बंद रखा जाता था व उसके साथ सामुहिक दुष्कर्म होता था ।
युवती को ये तो पता नही है कि वो कहा थी , किंतु उसे किसी बस या कार के माध्यम से पुरोला छोड़ा गया होगा । किंतु पुरोला पुलिस को अबतक कहि भी पूछताछ करते हुए नही देखा गया है ।
डिस्क्लेमर: नमोन्यूज जनहित के मुद्दों को उठाने के लिए सदैव प्रतिबद्ध हैं । हमारी खबरों से अतीत में दो मामलों में मुझे पुरोला पुलिस द्वारा गलत तरीके से फंसाने की भी कोशिश की गई । एक वर्ष पूर्व दलित युवतियों पर हुए अत्याचार की खबर से आहत पुरोला पुलिस ने मुझे लिसा डिपो नामक कुख्यात जगह पर अकेले मिलने को बुलाया था ताकि अगले दिन अखबारों की सुर्खियों में नशे के कारोबार में मेरी संलिप्तता की खबर लोग पढ़ रहे होते । धन्यवाद उनलोगों का करता हु जिन्होंने मुझे पेट्रोल पंप पर ही रोक लिया था । ये सच्चाई इसलिए लिख रहा हु की पुरोला पुलिस द्वारा गिरफ्तार अधिकांस नशे के कारोबारियों की लोकेशन यही कुख्यात लिसा डिपो होता है । यही नही अबतक पुरोला थाने के अंतर्गत महिलाओं के अपहरण के जो भी मामले आये हैं पुरोला पुलिस हमेशा मौन रही है । इससे पूर्व नौगांव में महिला के अपहरण मामले में भी यही हुआ व बाद में उक्त महिला का मृत शरीर मिला । इस तरह की तमाम महिला उत्पीड़न की घटनाओं के बावजूद पुरोला पुलिस मौन है । यही नही नौगांव के मुंगरा गांव में बाकायदा पुलिस संरक्षण में एक युवती को उसकी कतिथ ससुराल में बैठाया जाता है व रोज उसकी सुरक्षा में एक पुलिसकर्मी भी तैनात रहता था व कुछ महीनों बाद उसके कतिथ ससुराल वाले युवती की जमकर पिटाई करते हैं व उसके बाद ही पुलिस कार्यवाही करती है । जो व्यक्ति आवाज उठाने की कोशिश करते हैं उनको कहि न कही फंसाने की कोशिश की जाती है । पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी से जनहित में अपील है कि मामले का संज्ञान लेकर उक्त युवती की पहचान गुप्त रखते हुए व उन अपराधियों की धड़पकड़ के त्वरित निर्देश देकर उन्हें कानून के दायरे में लाना चाहिए जिन्होंने ये जघन्य अपराध किया है । पुलिस मामले की गंभीरता को समझकर ही अग्रिम कार्यवाही करें, ये मामला पुरोला में कार्यरत हर मीडिया संस्थान के प्रतिनिधि के संज्ञान में है बावजूद वहा जनहित के लिए कोई स्थान नही है, आजकल व्यक्ति का हित जनहित से ऊपर है । यही नही यहाँ के अधिकांस जनप्रतिनिधियों को ये सारा मामला पता है बावजूद नारी के इस अपमान का किसी ने संज्ञान नही लिया ।
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