गजेन्द्र सिंह चौहान, पुरोला
श्री कमल संस्कृत विद्यालय पुरोला के प्रधाचार्य पद से सेवानिवृत्त होने के बाद आज श्रीकोट पहुंचने पर ग्रामीणों ने आचार्य शिवप्रसाद नोटियाल का भव्य स्वागत कर नागरिक अभिनन्दन किया ।
विदित हो कि वीते वर्ष के अंतिम दिवस 35 वर्ष की सेवा के बाद सेवानिवृत्त होने पर विद्यालय प्रांगण में उनकी विदाई में आयोजित समारोह में भारी हुजूम उमड़ पड़ा था ।
श्रीकोट पहुंचने पर ग्रामीणों ने ढोल बॉजो व फूल मालाओं से उनका स्वागत किया, इस अवसर पर ग्रामीणों के अनुरोध पर उन्होंने तांदी पर कदमताल भी किया ।
समाजसेवी दिनेश खत्री ने ग्रामीणों की ओर से उनका स्वागत करते हुए उन्हें चांदी का मुकुट पहनाया । उनके स्वागत में स्मृतिपत्र पत्र भेंट करते हुए दिनेश खत्री ने कहा कि आचार्य शिवप्रसाद नोटियाल के रूप में रंवाई के माटी ने एक ऐसा लाल दिया है जिस पर हर व्यक्ति को गर्व है ।
उन्होंने कहा कि इनकी मेहनत व शिक्षा के प्रति समर्पण का उदाहरण कमल संस्कृत विद्यालय पुरोला है जहां से हजारों विद्यार्थी अध्ययन कर विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं ।
ग्रामीणों से मिले असीम प्यार व सम्मान के प्रति आभार जताते हुए उन्होंने कहा कि उनके पूरे परिवार को बड़े मुकाम तक पहुंचाने में श्रीकोट की माटी का बड़ा योगदान है । उन्होंने कहा कि यहां के लोगो ने जो दक्षिणा उनके दादा, पिता व अन्य सदस्यों को दी है उसी से हमारे परिवार ने अच्छी शिक्षा प्राप्त की । उन्होंने कहा कि आपकी दक्षिणा का हमारे परिवार ने दुरुपयोग नही किया है , अपितु सदुपयोग किया है जिसकारण आज आप हमारा स्वागत व सम्मान कर पा रहे हैं ।
इस अवसर पर उनके साथ उनके परिवार के सदस्यों में बड़े भाई केपी नोटियाल, छोटे भाई टीपी नोटियाल, जगदीश प्रसाद, पुत्र नाती व भतीजे को ग्रामीणों ने स्मृतिचिन्ह भेंट कर सम्मानित किया । कार्यक्रम में पूर्व प्रधान सोबेन्द्र राणा, बृजमोहन चौहान, पिसी गरियाल, पूर्व प्रधान रामाश्रय, भागीराम, धीरपाल खत्री सहित समस्त ग्रामवासी उपस्थित रहे ।
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