मध्यरात्रि में हुई अतिवृष्टि से पुरोला बाजार के दर्जनभर मकानों का अस्तित्व संकट में,

 गजेन्द्र सिंह चौहान, पुरोला

पुरोला व मोरी में हफ्तेभर से हो रही भारी बारिश से दर्जनों गांवों को जोड़ने वाले पुल, सड़क व सम्पर्क मार्ग छतिग्रस्त हो गये है । अतिवृष्टि से दूरस्थ क्षेत्रों का आवागमन प्रभावित होने से ग्रामीणों को जरूरी खाद्य सामग्री के परिवहन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ।


 अतिवृष्टि व बादल फटने की घटनाओं से अभी तकसिर्फ ग्रामीण क्षेत्र ही प्रभावित हुये थे मगर शुक्रवार मद्यरात्री में कुमोला व नोरी के आसपास के क्षेत्र व जंगल मे भारी वर्षा होने से कुमोला गाड़ क्षेत्र  के आधे दर्जन गांवों में रास्तो व संपर्क मार्गो को नुकसान हुआ है । कुमोला खड्ड के तेज बहाव में पुरोला नगर क्षेत्र के अंतर्गत पूर्व में नगर पंचायत व सिंचाई विभाग द्वारा कराये गये बाढ़ सुरक्षा कार्यो के बहने से दर्जन भर मकानों की नींव खतरे में आ गई है । 


सामाजिक कार्यकर्ता यशपाल कंडियाल ने शासन- प्रशासन से युद्धस्तर पर आपदाग्रस्त मकानों का अस्तित्व बचाने की अपील की है । उन्होंने कहा कि कुमोला खड्ड में जहां-जहां से मकानों की नींव छतिग्रस्त हुई है, उन स्थानों पर जाले भरवाकर मकानों को बचाये जा सकता है ।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ