पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने जखोल विशु मेले के अवसर पर गंगा अतिथिगृह होमस्टे का अवलोकन, पंचायत भवन निर्माण व ट्रेकिंग मार्ग के सुधारीकरण की घोषणा।

गजेन्द्र सिंह चौहान, पुरोला

मोरी विकासखण्ड के जखोल में चल रहे बिशू मेले के दूसरे दिन जखोल पँहुचे प्रदेश के पर्यटन,लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज व उनके साथ आई पुत्र बधू आराध्या रावत का ग्रामीणों ने पारम्परिक रीति-रिवाज,ढोल-बाजों व उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पाए जाने वाली सुगन्धित केदारपात्री की मालाओं से स्वागत किया।


कार्यक्रम में पँहुचे सतपाल महाराज ने सांस्कृतिक धरोहर स्थानीय मेलों के संरक्षण की सराहना करते हुए कहा कि विश्व प्रसिद्ध हरकीदून,केदारकांठा, चागंसील समेत क्षेत्र के पुष्टारा,मानिरा बुग्यालों को पर्यटन के रूप में पहचान दिलानें में पर्यटन विभाग तथा स्थानीय युवाओं की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है। सूबे के पर्यटन व लोनिवि मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि गत कुछ वर्षों से  मोरी क्षेत्र ने पर्यटन के क्षेत्र में प्रदेश में विशिष्ट स्थान बनाया है।आज देशी-विदेशी पर्यटकों का विश्व प्रसिद्ध हरकीदून, केदार कांठा,चागंसील मानिरा,पुष्टारा आदि बुग्याल सबसे पसंदीदा पर्यटक स्थल बन गए हैं।


महाराज ने कहा कि सरकार प्रदेश को पर्यटन के क्षेत्र में विकसित करनें को निरन्तर प्रयास करनें में जुटी है,क्षेत्र के युवाओं को, आने वाले पर्यटकों के साथ आथित्य सत्कार, मेहमान नवाजी  के साथ कुशल व्यवहार कर होमस्टे को सौहार्द पूर्ण सहयोग देने की अपील। साथ ही पर्यटकों के सुगम आवागमन के लिए ट्रैकिंग मार्गों का सुधारीकरण करने व जखोल में एक पंचायत भवन बनाने की भी घोषणा व गंगा अतिथिगृह होमस्टे का अवलोकन किया । वहीं उनके साथ मेले में शिरकत करनें आई उनकी पुत्र बधू आराध्या रावत ने यंहा की पारम्परिक संस्कृति,रीतिरिवाजों को लेकर महिलाओं की खूब सराहना कर बेटियों को हर क्षेत्र में प्रोतसाहन देने की अपील की। इस मौके पर विधायक दुर्गेश्वर लाल ने काबीना मंत्री का स्वागत सत्कार कर क्षेत्र की सुंदर प्राकृतिक धरोहर को पर्यटन से स्वरोजगार की दिशा में विकास की मांग की। कार्यक्रम में विधायक दुर्गेश्वर लाल सहित देवक्यारा पर्यटन समिति अध्यक्ष गंगा सिंह रावत,ग्राम प्रधान विनोद,क्षेत्र पं संजय रावत,सूरज सिंह रावत,दर्शनसिंह रावत,गुलाब सिंह, अजीत पाल सिंह,प्रमुख बचन पंवार,सोवेंद्र सिंह,रामलाल विश्वकर्माधाम सिंह रावत आदि प्रतिनिधि व ग्रामीण मौजूद थे।

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