देहरादून। उत्तराखण्ड रक्षा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व लोकसभा पौड़ी प्रत्याशी इं० डीपीएस रावत ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन(एनएचएम) कर्मचारियों के आंदोलन को सरकार हल्के ना ले क्यों कि सरकार को इसका परिणाम अगले चुनाव में मिलने वाला है।
इं० डीपीएस रावत ने कहा की मसूरी के कार्यक्रम के दौरान वे सभी एनएचएम कर्मचारियो को मिले और उनकी समस्या सूनी और उनको पूर्ण समर्थन देने का वादा भी किया है।
इं० डीपीएस रावत ने कहा कि अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे ये युवा बेरोजगार हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। उनके परिवारों का पालन पोषण
किस प्रकार से हो रहा हैं यह सरकार नहीं जानती है।
उत्तराखंड के सभी जिलों से आये ये बेरोजगार युवा
अपना घर परिवार को छोड़कर अपनी मांगों के खातिर
5 डिग्री मौसम में गाँधी पार्क के गेट सामने डट कर अनसन पर हैं। सभी पीआरडी अपने परिचितों से उधार रुपये लेकर यहाँ तक पहुंचे हैं किंतु अब इनके पास खाने तक के पैसे नहीं हैं।
इं० डीपीएस रावत ने कहा कि राजधानी देहरादून में पिछले एक महीने से अपनी मांगों को लेकर सभी विभागो के सदस्य धरना प्रदर्शन कर रहे इन आंदोलनकारियों में 400 रुपये तनख्वाह पाने वाली पाटनदाइयाँ, स्वास्थ्य दाइयाँ, आशा कार्यकत्रियां, एनआईओएस-डीएलएड शिक्षक संघ, प्रेरक शिक्षक, पीआरडी जवान, उद्यान सहायक प्रशिक्षित बेरोजगार युवा, सहायक लेखाकार संगठन, दंत चिकित्सक एवँ बेरोजगार फार्मासिस्ट, उपनल कर्मी एवँ पिटकुल के बेरोजगार युवा संगठन आदि शामिल हैं।
इं० डीपीएस रावत ने कहा कि एक तरफ तो सरकार केवल लोली पॉप देकर इन बेरोजगार के साथ चुनाव के बक्त बिश्वाश घात कर रही है। 300 दिन ड्यूटी और 2 लाख का बीमा देकर इनकी मांगों को दबाने की कोशिश की जा रही है। जब्कि सर्कार्वको रक जीओ निकालना चाहिये ताकी सच्चाई का पता तो चले।
इं० डीपीएस रावत ने कहा कि अब उत्तराखण्ड रक्षा मोर्चा
इन बेरोजगार के हक़ के लिये आगे आयेगी और इन सभी
आंदोलनकारियों के साथ खड़ी रहेगी।
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