सेवा भारती के जिला अध्यक्ष ने घिसाला स्तिथ संस्कार केन्द्र में अध्ययन रत विद्यार्थियों के बीच दिप जलाकर मनाया जन्मदिन । उन्होंने इस अवसर पर विद्यार्थियों को मिठाई व पाठन सामग्री वितरित की व विद्यार्थियों से पाश्चात्य संस्कृति को छोड़ भारतीय संस्कृति अपनाने को कहा ।

 गजेन्द्र सिंह चौहान पुरोला

  

 सेवा भारती द्वारा संचालित , बाल संस्कार केन्द्र घिसाला पुरोला में सेवा भारती के जिला अध्यक्ष पंडित शान्ति प्रसाद सेमवाल ने बच्चों के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर जन्मदिन मनाया । इस अवसर पर उन्होंने संस्कार केन्द्र में अध्ययनरत बच्चो को मिठाई व पठन सामग्री वितरित की ।


 उन्होंने अध्ययन रत विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि पाश्चात्य संस्कृति का अनुसरण हमे अपनी जड़ों से दूर ले रहे हैं, जिस कारण हम अपनी संस्कृति भूल जन्मदिन दिया जलाने की अपेक्षा मोमबत्ती बुझाकर मना रहे हैं । उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि बेशक जन्मदिन पर केक काटे पर उसके साथ अपने जन्मदिन पर पूजा पाठ कर बड़ो का आशीर्वाद जरूर ग्रहण करे ।


 इस अवसर पर जिला प्रचारक नरेश ने बच्चों को खेल कूद के माध्यम से शारिरिक व मानसिक विकास का प्रशिक्षण दिया तथा राष्ट्र निर्माण के प्रति  बच्चों का मार्ग दर्शन किया ।


एलआईसी जीवन के साथ भी जीवन के बाद भी

अभिकर्ता सरतराम नौटियाल मोबाइल 9411580288
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 उन्होंने कहा पढ़ाई हो या खेलकूद प्रतियोगिता सफलता के लिए अनुसासन जरूरी है, इसलिए हम सबको अनुशाषित रहकर जीवन मे अपने लक्ष्य को प्राप्त करना है ।


 आचार्य लोकेश बडोनी ने कहा राष्टीय स्वयं सेवक संघ के अनुसांगिक संगठन सेवा भारती के द्वारा समाज के वंचित शोसीत गरीब बच्चों को संस्कार केन्दों पर निशुल्क शिक्षा प्रदान की जा रही है । उन्होंने संस्कार केन्द्र की शिक्षिका मीना सेमवाल की सराहना करते हुए कहा कि इस केन्द्र को खुले अभी चन्द ही दिन हुए लेकिन उन्होंने कम दिनों में ही अध्धयन रत बच्चो को संस्कारित कर अतुलनीय कार्य किया है ।

उन्होंने कहा की संस्कार संस्कृति ही प्राचीन ज्ञान भण्डार की चाबी है जो कि गीता रामायण वेदों के संस्कारों से ही खुलेगी ,

उन्होंने बताया कि सेवा भारती संघ का एक अनुसांगिक संगठन  है व  सेवा भारती का कार्य नर सेवा नारायण सेवा तथा समाज में समरसता का भाव पैदा करना ही है ।

   



 इस अवसर पर समाज सेवी लोकेश उनियाल व राम प्यारी रतूडी  ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा की आज के बच्चे ही कल के भविष्य हैं भावी पीढ़ी को सुसंस्कारित होना जरूरी है यही बच्चें नये भारत का निर्माण करेंगे ।



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