गजेन्द्र सिंह चौहान पुरोला
कहते आफत कभी मुसीबत बनकर आती है तो कभी राहत दे के जाती है । कोरोना महामारी ने जहां लोगो को कामकाज छोड़कर घरों में कैद होने को मजबूर किया वही, हजारों नही लाखो लोगो को बेरोजगार भी होना पड़ा ।
कोरोना महामारी से मजबूर होकर लाखो प्रवासी कामकाज छोड़ अपने घरों को पहुंचे, वही घर लौटकर भी रोजी रोटी प्रवासियों की समस्या बनी रही । जैसे जैसे कोरोना का प्रकोप कम होता गया प्रवासी वापस अपने काम पर लौटने लगे ।
एलआईसी जीवन के साथ भी जीवन के बाद भी
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वही कोरोना से सबक लेकर कुछ प्रवासियों ने वापस न जाने का निर्णय लिया व यही अपना व्यवसाय सुरु करने का निर्णय लिया । पुरोला में भी आदा दर्जन प्रवासियों ने अपना व्यवसाय सुरु किया व अन्य प्रवासियों के लिए प्रेरणास्रोत बने ।
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आज पुनः एक प्रवासी ने पुणे से लौटकर आईएसबीटी कॉम्प्लेक्स पुरोला में अपना रेस्टोरेंट सुरु किया । रेस्टोरेंट सुरु करने वाले प्रवासी सलदेब रावत इससे पूर्व पुणे के एक होटल में सेफ का करते थे ।
विदित हो कि पुरोला में में इससे पहले अंकुश, अजय नीरज व सचिन जैसे प्रवासी भी होटल संबंधित व्यवसाय सुरु कर चुके हैं व अपने अनुभव के आधार पर सोहरत पा रहे हैं ।
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