भारतीय वायुसेना (IAF) को जल्द ही अपने बेड़े में देश में निर्मित अत्याधुनिक तेजस Mk1A फाइटर जेट मिलने जा रहा है। रक्षा सूत्रों के अनुसार, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) अगले हफ्ते पहला Mk1A विमान औपचारिक रूप से वायुसेना को सौंपने जा रही है।
यह वही क्षण है जिसका बेसब्री से इंतज़ार एयरफोर्स चीफ एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी (या वर्तमान प्रमुख ए.पी. सिंह) ने कई बार अपने बयानों में जताया था। तेजस Mk1A के मिलने से भारतीय वायुसेना की ताकत और स्वदेशी क्षमता दोनों में जबरदस्त इजाफा होगा।
तेजस Mk1A में पुराने वर्जन की तुलना में कई उन्नत तकनीकें जोड़ी गई हैं—जिनमें अत्याधुनिक रडार, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम, एयर-टू-एयर रिफ्यूलिंग सुविधा और बेहतर एवियोनिक्स सिस्टम शामिल हैं। यह विमान पूरी तरह ‘मेक इन इंडिया’ पहल का प्रतीक माना जा रहा है।
रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि तेजस Mk1A के शामिल होने से न केवल वायुसेना की आत्मनिर्भरता बढ़ेगी, बल्कि यह भविष्य के Mk2 और AMCA प्रोजेक्ट्स के लिए भी मजबूत नींव साबित होगा।
अगले सप्ताह भारतीय वायुसेना को मिलने वाला तेजस Mk1A स्वदेशी रक्षा निर्माण की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। इसके साथ ही एयरफोर्स चीफ की यह “मुराद” भी पूरी हो जाएगी कि देश अपनी तकनीक पर निर्भर रहते हुए विश्वस्तरीय फाइटर जेट तैयार कर सके।

0 टिप्पणियाँ