उत्तरकाशी, 12 सितम्बर 2025
जिलाधिकारी प्रशांत आर्य की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला गंगा समिति (नमामि गंगे) की बैठक आयोजित हुई। बैठक में गंगोत्री से चिन्यालीसौड़ तथा डामटा से जानकीचट्टी तक सीवर एवं एफ.एस.टी.पी. सहित अन्य कार्यों की अद्यतन प्रगति की समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने पर्यटन विभाग को निर्देश दिए कि 20 से 30 सितम्बर तक विशेष अभियान चलाकर ऐसे होटल एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का अनिवार्य पंजीकरण सुनिश्चित किया जाए, जो अभी तक एसटीपी से नहीं जुड़े हैं। उन्होंने गंगोत्री धाम के शेष घरों को सीवर सुविधा से जोड़ने के लिए संबंधित इकाई को शीघ्र डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए, ताकि गंगा स्वच्छता मिशन को गति मिल सके।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में 123 होटल (20 कमरों से अधिक वाले) उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में पंजीकृत हैं, जिनमें से 104 होटल एसटीपी से जुड़े हैं, जबकि शेष पर कार्रवाई जारी है।
जिलाधिकारी ने गंगा और उसकी सहायक नदियों को स्वच्छ एवं प्रदूषणमुक्त रखने के लिए अधिकारियों को व्यापक स्तर पर स्वच्छता अभियान चलाने के निर्देश दिए। साथ ही, ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन के उचित निस्तारण, नगर निकायों में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण और गीले-सूखे कचरे के प्रति जनजागरूकता पर बल दिया।
बैठक में डीएफओ डीपी बलूनी, जिला खनन अधिकारी प्रदीप कुमार, पर्यावरण विशेषज्ञ स्वजल प्रताप मटूड़ा, गंगा विचार मंच के प्रदेश संयोजक लोकेंद्र बिष्ट, जयप्रकाश भट्ट सहित समिति के अन्य पदाधिकारी एवं अधिकारी उपस्थित रहे।
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