गजेन्द्र सिंह चौहान गैर बनाल/ पुरोला- उत्तरकाशी
श्रद्धा, विश्वास व समृद्धि का महापर्व देवलांग रंवाई घाटी का सबसे बड़ा प्रकाशोत्सव है । देवलांग राजा रघुनाथ के थान गैर बनाल में हर वर्ष माँगशिर महीने की अमावस्या की रात्रि को मनाया जाता है । इस वर्ष भी 12 व 13 दिसंबर की रात्रि को देवलांग महापर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ।
मेला समिति ने प्रसाद की व्यवस्था की पर ओउण्ड की नही की ।
मेला समिति द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी प्रसाद की व्यवस्था की गई थी जिसे ग्रहण सभी शरद8 धन्य हुए । किंतु मेला समिति द्वारा मंदिर प्रांगण या किसी अन्य स्थान पर ओउण्ड की उचित व्यवस्था नही की गई थी ।
ओउण्ड कि व्यवस्था न होने के चलते 12 तारिक को साय काल मे ही गैर पहुंचे श्रद्धालुओं को रात्रि ठंड में ही गुजारनी पड़ी । श्रद्धालुओं ने आगामी वर्ष में होने वाले देवलांग महापर्व पर मेला समिति से ओउण्ड की व्यवस्था करने की अपील की है ।
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