गजेन्द्र सिंह चौहान, पुरोला
कमल नदी के बीचों-बीच ग्राम पंचायत खलाड़ी के अंतर्गत गोदरी नामें तोक के पास निमार्णधीन खेल मैदान से कमल नदी के मूल बहाव को बदलने से दोनों ओर चार गांव की खेती के लिए खतरा पैदा होने से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है । खेल मैदान कार्य को रोकने को लेकर नेत्री,खलाड़ी,चपटाडी,पुजेली व आराकोट के किसानों ने सोमवार को उपजिलाधिकारी देवानंद शर्मा को ज्ञापन सौंपकर खेल मैदान का काम रोकनें की मांग की है।
विदित हो कि वर्ष 2013 में आई आपदा में कमल नदी पर जोगियाडा में गोदरी नामें तोक के पास बना पुल आपदाग्रस्त हो गया था । आपदा से उक्त स्थान पर नदी दो भागों में गई व उक्त स्थान पर एक डेल्टा बन गया । उक्त डेल्टा पर अब आसपास गांव के बच्चे क्रिकेट आदि खेल खेलते हैं व विभिन्न खेल प्रतियोगिता भी आयोजित की जाती है ।
किसानों ने आरोप लगाया है कि उक्त डेल्टा पर विकास खंड के माध्यम से खेल मैदान का निमार्ण के नाम पर जेसीबी से मलवा हटानें व नदी का मूल बहाव बदल कर एक ही तरफ(खेतों की तरफ किया जा रहा है जिससे भविष्य में अतिवृष्टी व नदी के उफान से कृषि भूमि को भारी कटाव व नुकसान हो सकता है ।
ज्ञापन में नदी के वर्तमान बहाव को यथावत रखनें अथवा आधा-आधा दोनों तरफ बहनें देने,नदी के वर्तमान स्थिति से छेड़छाड़ न करनें की मांग करते हुए व खेल मैदान का निमार्ण कार्य रोकनें की मांग की।
ज्ञापन पर सरदार सिंह रावत,हरिमोहन लाल,प्रहलाद सिंह लोकेश नौटियाल,सोबत सिंह रावत,मोहन नौटियाल,हकुमत सिंह रावत,बहतर सिंह राणा,बहतर सिंह रावत, रामनारायण
सकलचंद,बलवंत सिंह,बिजेंद्र सिंह,धर्म सिंह,विजयपाल सिंह
दीपक कुमार,अरबिंद कुमार,खजान सिंह आदि हस्ताक्षर हैं।
0 टिप्पणियाँ