गजेन्द्र सिंह चौहान, पुरोला/ उत्तरकाशी
बकरीद का त्यौहार जहां देशभर में हर्षोल्लास से मनाया गया वही दिल्ली की सनसनी फैलाने वाली मीडिया इस त्योहार के अवसर पर भी अपनी हरकतों से बाज नही आई । दिल्ली से प्रकाशित एक अखबार बड़ी भ्रामक खबर बनाता है व लिखता है कि पुरोला में मुस्लिमों को सामुहिक नमाज पढ़ने से रोका गया । विदित हो कि ये वही अखबार है जो कुछ दिन पहले पुरोला में घटित तथाकथित लव जेहाद को भी सनसनी फैलाकर खबर बना रहा था ।
विदित हो दिल्ली से छपने वाले गैर जिम्मेदार अखबार जो कि राष्ट्र की एकता की परवाह किये बिना ऊलजलूल खबरे छापते है कि वजह से पुरोला बेवजह छावनी में तब्दील हो गया था । हमने तब भी उक्त घटना की सही जानकारी प्रकाशित की व आज भी प्रकाशित कर रहे हैं ।
दिल्ली से छपने वाले अखबार को आज फिर बताते चले कि न यहाँ कोई लव जेहाद हुआ था, ना यहां मुस्लिमों के खिलाफ कोई दंगा हुआ था । लेकिन दिल्ली से छपने वाले उन्मादी अखबार व देश की एकता के लिए खतरा कुछ न्यूज चैनलों की वजह से मुसलमानों को अपने प्रतिष्ठान जरूर बन्द करने पड़े व कुछ को खाली करके जाना भी पड़ा ।
अब बात बकरीद की कर लेते हैं , विगत 40 वर्षों में पुरोला में कभी भी किसी सार्वजनिक स्थान पर ईद की नमाज पुरोला में कभी भी नही पढ़ी गई है तो इस बार ये सनसनी कैसे बन गई है । सनसनी फैलाना दिल्ली में बैठी मीडिया का गैर जिम्मेदाराना कृत्य है जिसपर देशहित में रोक अत्यंत आवश्यक है ।
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