नगर पंचायत चुनाव को लेकर तेज होने लगी सरगर्मियां । भाजपा कांग्रेस के नेता पाला बदलने की फिराक में ।

 गजेन्द्र सिंह चौहान, पुरोला

 ज्यों- ज्यों नगर पंचायत का कार्यकाल के पूरा होने का समय निकट आ रहा है त्यों त्यों छियासी गलियारों में भाजपा- कांग्रेस नेताओं की कभी भी पाला बदलने की चर्चाएं तेज होती जा रही है ।

 नगर पंचायत पुरोला चुनाव को लेकर पूर्व में चुनाव लड़े सभी प्रत्याशी इस बार भी सीटो के आरक्षण को पूर्ववत रहने के प्रति आशान्वित है । प्रत्याशियों को उम्मीद है कि या तो नगर पंचायत अध्यक्ष की सीट सामान्य रहेगी या ओबीसी के लिए आरक्षित रहेंगी । 

उधर नौगांव में अगर ओबीसी या सामान्य आरक्षण रहता है तो वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष जो रिकॉर्ड मतों के अंतर से जीते थे , फिर चुनाव लड़ सकते हैं । देखना ये है कि उनकी पिछले बार की लोकप्रियता बरकरार रहती या नही ।

नौगांव नगर पंचायत चुनाव की बात करे तो अन्ना उनके लिए बड़ी चुनौती बन सकते हैं, विगत वर्षों में नौगांव में अन्ना एक लोकप्रिय जन नेता बनकर उभरे हैं व उनके नगर पंचायत चुनाव में उतरने की सभवनाये जताई जा रही है ।

खैर बात करे पुरोला की तो हरिमोहन नेगी वर्तमान में नगर पंचायत अध्यक्ष है , वही पूर्व में आप से चुनाव लड़ी रेखा नोटियाल भी अब कांग्रेस में है व पीसीसी सदस्य हैं । दोनों ही कांग्रेस में है व टिकट के लिए जोर आजमाइश भी करेंगे ।

हरिमोहन नेगी को कड़ी टक्कर देने वाले उपेन्द्र असवाल व पवन नोटियाल दोनों ही बीजेपी में है व दोनों ही टिकट के दावेदार है, देखना ये हैं कि दोनों में से कोन कुर्बानी देकर पार्टी के लिए कार्य करेगा । चर्चाओं के बाजार में कांग्रेस व बीजेपी से किसी के पाला बदलने की संभावनाएं जताई जा रही है ।

इन सब चेहरों के अतिरिक्त जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण के अनुज कुलदीप बिजल्वाण जो कि युवाओं के बीच बेहद लोकप्रिय है कि भी नगर पंचायत चुनाव में उतरने की संभावना है व कांग्रेस के टिकट के लिए मजबूत दावेदारी पेश करेंगे । बात करे भाजपा की तो युवा चेहरा लोकेश उनियाल निरन्तर जनसंपर्क कर अपनी दावेदारी को मजबूत कर रहे है ।


नगर पंचायत पुरोला की बात करे तो अध्यक्ष की सीट जब व सामान्य के स्थान पर अगर अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होती है तो निसन्देह पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष पीएल हिमानी जिन्होंने विधानसभा चुनाव में बीजेपी का दामन थाम लिया था पुनः दावेदारी करेंगे । वही भाजपा के तरफ से पूर्व जिलाध्यक्ष अमीचन्द शाह जिन्होंने कई मौकों पर पार्टी के लिए कुर्बानी दी है व लोकप्रियता के मामले में कही कम नही है अपनी दावेदारी पार्टी शीर्ष नेतृत्व के सामने मजबूती से रखेंगे । बात करे कांग्रेस की तो बिहारी लाल शाह अपनी सौम्यता के लिए जनता के बीच लोकप्रिय है ।

देखना ये है कि सीटो का आरक्षण क्या रहता है, उसी के आधार पर चेहरे सामने आएंगे ।

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