आगामी नगर पंचायत चुनाव में किसका भविष्य लगेगा दांव पर । राजनीतिक सहमात के खेल में विधायक व पूर्व विधायकों के किस चहेते पर लगेगा दांव ।

 गजेन्द्र सिंह चौहान, पुरोला

   वर्तमान नगर निकाय के कार्यकाल का समय ज्यो ज्यो करीब आता जा रहस्य है त्यों त्यों आगामी नगर निकाय में पार्टियों के संभावित उम्मीदवार भी अपनी पैरवी को मजबूत करने में जुटे हैं ।


बात करे नगर पंचायत पुरोला की तो यहाँ वर्तमान में कांग्रेस के चुनाव पर चुनाव जीते हरिमोहन नेगी अध्यक्ष है । अगर पूर्व की भांति यहां अध्यक्ष का पद सामान्य या ओबीसी के लिए आरक्षित होगा तो उनके पुनः चुनाव लड़ने की पूरी संभावना है ।

 बीजेपी खेमे की बात करे तो वर्तमान विधायक दुर्गेश लाल, पूर्व विधायक राजकुमार व पूर्व विधायक राजेश जुवांठा अपनी अपनी पसंद व सहयोगियों को नगर पंचायत अध्यक्ष बनाने के लिए शासन स्तर से आरक्षण में बदलाव की पुरजोर कोसिस करेंगे ।

वही पूर्व विधायक मालचंद की नगर पंचायत चुनाव में बहुत बड़ी भूमिका होगी व वे अपना पत्ता ठीक चुनाव से पहले खोलेंगे ।

क्या कहता है जनमानस ओर क्या है चर्चाओं का विषय ,आइए जानते हैं पूरा घटनाक्रम ।

  पुरोला के प्रथम नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर कांग्रेस टिकट पर चुनाव जीते पीएल हिमानी का मुकाबला खुद के भाई जयबीर हिमानी व बीजेपी टिकट पर चुनाव लड़े अमीचंद शाह से हुआ । तत्कालीन भाजपा विधायक मालचंद की पसंद निसन्देह पीएल हिमानी सायद नही रहे होंगे व शायद उन्होंने भाजपा प्रत्याशी को जिताने के प्रयास किये होंगे  । लेकिन राजनीतिक सहमात के खेल में उस समय राजकुमार छत्तीस सिद्ध हुए ।

वर्ष 2017 में राजकुमार जब पुरोला के विधायक बने तो उन्होंने अपने निकट सहयोगी को नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर जिताने के लिए हर सम्भव प्रयास किया । 2018 के नगर पंचायत चुनाव में एक बार फिर मालचंद , राजेश व राजकुमार अपने चहेतों को नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर आसीन कराने के लिए जुटे पर बाजी यहां भी राजकुमार के हाथ ही लगी ।

2023 -24 को लेकर क्या है अवधारणा

मालचंद, राजेश व राजकुमार अभी तक के चुनावों में निसन्देह भूमिका निभाते आये हैं व इनकी उपस्थिति मात्र से चुनाव प्रभावित होते आये है । उपरोक्त तीन के अलावा वर्तमान में दुर्गेश लाल पुरोला के विधायक है व पुरोला नगर पंचायत का चुनाव उनकी भी प्रतिष्ठा का प्रश्न बनेगा ।

पुरोला में चल रही चर्चाओं के बाजार में उपरोक्त सभी नेताओं की पसंद भी तय हो चुकी है व एक नेता अपने चहेते को अध्यक्ष पद पर आसीन कराने को लेकर सीटों के आरक्षण में बदलाव की तैयारी भी कर चुका है ।

 अनुसूचित जाति सामान्य के लिए आरक्षित हुई नगर पंचायत अध्यक्ष की सीट 

तो निसन्देह भाजपा से अमीचंद शाह पुनः दावेदारी पेश करेंगे व कांग्रेस से बिहारी लाल शाह की उम्मीदवारी की भी पूर्ण संभावना बनती है ।  देखा जाय तो पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष पीएल हिमानी के कांग्रेस छोड़ बीजेपी में जाने के बाद बिहारी लाल शाह काफी सक्रिय हैं व अनुसूचित जाति के लिए अध्यक्ष पद आरक्षित होने पर वे चुनाव लड़ सकते हैं ।

पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष पीएल हिमानी जिनको राजनीति में अजेय माना जाता है । वे दो बार पुरोला के ब्लॉक प्रमुख रहे हैं व एक बार नगर पंचायत अध्यक्ष  । अध्यक्ष पद की सीट आरक्षित होने पर उनकी भी भाजपा से उम्मीदवारी जताने की पूर्ण संभावना है ।

 अमीचंद शाह व पीएल हिमानी भाजपा से टिकट की दौड़ में शामिल हुए तो 

 उपरोक्त दोनों ही अगर बीजेपी से टिकट की दावेदारी करते हैं तो उस दसा में एक तरफ वर्तमान विधायक दुर्गेश लाल अपने चहेते को भाजपा टिकट दिलाने की पूरी कोशिश करेंगे व दूसरी तरफ राजकुमार ।

वही चर्चाओं का विषय ये भी है कि बीजेपी कार्यकारिणी के अधिकांश सदस्य नगर पंचायत अध्यक्ष की सीट सामान्य या ओबीसी आरक्षित करने के पक्ष धर है । अगर सीट आरक्षित हुई तो वे सीट को आरक्षित कराने वाले नेता के चहेते के उलट दूसरे उम्मीदवार के लिए टिकट मांगेंगे ।

अब बात करते हैं पूर्व विधायक राजकुमार की तो वे निसन्देह इस चुनाव में भी वे अपने चहेते को ही जिताने व पार्टी का टिकट दिलाने की भरपूर कोसिस करेंगे ।

 वही संभावना ये हैं कि पूर्व विधायक राजेश जुवांठा पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के पक्ष में अपील कर पार्टी के प्रति समर्पित रहेंगे ।


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