आपदा ग्रस्त आराकोट बंगाण क्षेत्र की सड़के बनी सेब उत्पादक बागवानों के लिए मुसीबत, करोड़ो का सेब सड़ने के कगार पर

 गजेन्द्र सिंह चौहान, पुरोला


जनपद उत्तरकाशी के विकास खण्ड मोरी के आराकोट बंगाण  क्षेत्र में  18 अगस्त 2019 को विनाशकारी आपदा आई थी ,जिसमें क्षेत्र की समस्त मोटर मार्ग, मोटर पुल आदि के साथ-साथ सरकारी संस्थान आपदा में क्षतिग्रस्त हो गए थे ।


कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह राणा ने सरकार से युद्धस्तर पर सड़को को ठीक करने का अनुरोध किया है । उन्होंने कहा कि   समस्त क्षेत्रवासियों के बार-बार निवेदन के बाद भी शासन/प्रशासन द्वारा  आपदा ग्रस्त क्षेत्र को पूरी तरह नजर अंदाज किया गया ।

वही सामाजिक कार्यकर्ता मनमोहन चौहान ने कहा कि  हमारे द्वारा कई बार क्षेत्रीय शिष्टमंडल के माध्यम से शासन - प्रशासन द्वारा  आयोजित जनता मिलन कार्यक्रम में पहुँचकर आपदा ग्रस्त क्षेत्रवासियों की पीड़ा से अवगत करवाया गया किन्तु आजतक कोई भी कार्यवाही नहीं कि गई और नहीं आपदा में क्षतिग्रस्त हुए भागों मे कोई भी कोई भी सुरक्षात्मक कार्य करवाया गया । उन्होंने कहा कि ठोस कार्यवाही न होने की वजह से  आज पूर्व की आपदा से क्षतिग्रस्त भागों ने विकराल रुप धारण कर लिया है, व लगातार भारी भूस्खलन जारी है ।

 जब तक शासन/प्रशासन की मशीनें एक तरफ से मोटर मार्ग  सुचारु करती है तब तक अन्य जगह से मोटर मार्ग क्षतिग्रस्त हो जाती है, यदि शासन/प्रशासन द्वारा पिछले तीन वर्षों में सुरक्षात्मक कार्य करवाएं गए होते तो शायद आज क्षेत्र में ऐसी स्थिति नहीं होती आज क्षेत्र के सेब बागवानों के सेब सड़ने की कगार पर है बागवान चिंतित हैं, उन्हें अपनी आजीविका के एक मात्र साधन सेब कि फसल को मंडियों तक कैसे पहुंचा जाए।


                                                                                     

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