अनशन के 34 वे दिन भी मातृशक्ति का उत्साह बरकरार । सरिता जुयाल ने अभी नही तो कभी नही का प्रण लेते हुए भूख हड़ताल की चेतावनी दी । हिमाचल की तर्ज पर भु- कानून कानून बनाने की मांग पकड़ रही है जोर ।

 राज्यात्मा की एकमात्र आवाज़ हैं भू-क़ानून...

हिमांचल की तर्ज़ पर हों भू-क़ानून का आज अनशन का 34 दिन अवनवरत जारी


देहरादून: 

(भू-अध्यादेश अधिनियम अभियान उत्तराखंड)संस्थापक/मुख्यसंयोजक शंकर सागर रावत रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सरकार के1950 के 154 व कंपनी एक्ट 143 में किए गये संशोधनों तथा 2018 में पास किए गये अधिनियम को भी शीघ्र वापस कर उत्तराखंड की जनता में विश्वास पैदा करेगी और साथ ही राज्य का पहला भू-क़ानून लगाएेगी वह भी राज्य भावना के अनुरूप हिमांचल की तर्ज़ पर भू-क़ानून लाकर... अगर 7-8 दिसंबर गैरसैण में प्रस्तावित अंतिम विधानसभा सत्र हिमांचल की तर्ज़ पर भू-क़ानून लागू नहीं होता हैं, मातृशक्ति उग्र आंदोलन को बाध्य होंगी... अंतिम सत्र से पहले महिलाओं ने अामरण अनशन करने की आज मंच से घोषणा की गयी.. जिसमें सरिता जुयाल, रजनी रावत, पूनम डबराल, संगीता सेमवाल, रामप्यारी ईष्टवाल व गीता बाग़री आदि सहित सभी मातृशक्तियों ने अपना नाम 4-5 दिसंबर से आंदोलन की गति को तेज़ करने के लिए आमरण अनशन, भूख हड़ताल की पूर्ण तैयारी की गयी..


महिलाओं ने इसको एक स्वर में पूर्ण विश्वास के साथ वादा किया की 4-5 से हम अब भूख हड़ताल करेंगे और प्रदेश की सभी मातृशक्तियों से निवेदन किया की अधिक से अधिक संख्या में पंडित दीनदयाल उपाध्याय पार्क में पहुंचकर समर्थन देने को कहाँ।

प्रदेश अध्यक्ष रक्षा मोर्चा सरिता जुयाल ने कहा कि 

अभी नहीं तो कभी नहीं के नारे के साथ यह प्रण लिया गया की ज़ब तक हिमांचल की तर्ज़ पर भू-क़ानून लागू नहीं होगा.. तब तक भूख हड़ताल जारी रहेगी.. अभी तक क्रमिक अनशन को करते हुए आज 34 दिन हों गये हैं.. सरकार ने कोई सुध नहीं ली तो महिलाओं ने अब भूख हड़ताल करने की चेतावनी दी हैं...

अनशनरत मंचशीन मातृशक्तिया सरिता जुयाल

सावित्री पंवार, सुलोचना मंडोलीया, शशी नेगी, लक्ष्मी मलासी...

समर्थन में नीचे बैठे सदस्य सुलोचना भट्ट, आशा नौटियाल, रामप्यारी ईष्टवाल वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी... सुबोधनी भट्ट, संगीता सेमवाल, गीता बाग़री ममता देवी के अलावा लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल, आनंद सिंह रावत, राजेश पेटवाल, सुधीर बड़थवाल, राजकमल मखलोगा और जितमणि पैनोली इं० डीपीएस रावत सहित कई संगठनों पदाधिकारियों का लगातार समर्थन मिल रहा हैं।

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